जैक्लीन को कपड़े ब्रा और पैंटी पहना रहा था. जब उसकी ब्रा उतारी तो उसके बड़े बड़े बूब्स देखकर मेरा लण्ड खड़ा हो गया. फिर उसकी पैंटी को खींचकर उतारी. अपनी चूत को जैक्लीन ने शर्मा कर सिकोड लिया. पर मेरा लण्ड अपनी मंजिल को पाने का मन बना चुका था. उसे एक पतली सी चड्डी पहना दी. अब जैक्लीन तैयार हो चुकी थी. फिर मैंने उसके स्तनों को पकड़ लिया. वह चौंक गयी. अब मुझे इन सबका मजा लेने दो बेबी. मैंने झटक कर उसकी ब्रा उतार फ़ेंकी. मसलने लगा. फिर मुँह में लेकर चूसने लगा. उसकी चड्डी के अंदर हाथ डालकर उसकी चूत को सहलाने लगा. जैक्लीन चोदने को खुद बोलने लगी. उसकी एक टांग उठायी और चूत को अपने मुँह पे रखकर चूसने लगा. जैक्लीन का रस निकलने लगा, उसे मै मज़े से चूसता रहा. वो छटपटाते हुए चोदने को चीखने लगी. फिर अपना चड्डी उसके मुँह के और किया. उसने मेरी चड्डी उतार फ़ेंकी और मेरे लण्ड को पकड़कर मज़े से चूसने लगी. जिससे मेरा लण्ड और ज्यादा बड़ा और टाइट हो गया. अब मैंने जैक्लीन को पकडकर निहुराया. उसने अपनी चूतड़ ऊँची कर के चूत को फैलाई और मैंने घपाक से अपने लण्ड को उसकी चूत में एकदम अंदर घुसेड़ दिया. जैक्लीन का मुँह खुला रह गया. अब मैंने ताबड़तोड़ जैक्लीन कि जो चुदाई शुरू कि घंटो तक चोदता ही रह गया. कभी उसकी चूतड़ पर चढ़ के चोदता तो कभी उसे अपने लण्ड पर बिठाकर चोदमचोद करता रहता. इसतरह उसे बहुत देर तक चोदने के बाद उसके मुँह में अपना लण्ड डालकर खूब सारा वीर्य पिला दिया. इसतरह जैक्लीन मेरे लण्ड कि दासी बना गयी जो अब मेरे एक इशारे पर अपने जिस्म को मेरी खिदमत में हाजिर कर देती है और मै बेफिक्री से उसके साथ सम्भोग करता रहता हूँ.